



इंडियन हैडलाइन न्यूज़ नेटवर्क/ गोंदिया प्रतिनिधि
गोंदिया शहर के लिए यह वर्ष शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि लेकर आया है। मामा चौक, सिविल लाइन स्थित एसएसएस कोचिंग क्लासेस ने पहली बार सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। इस परीक्षा में कुल 27 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था, जिनमें से 22 विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त कर कोचिंग और शहर दोनों का नाम रोशन किया है। यह गोंदिया जैसे छोटे शहर के लिए अत्यंत गौरव की बात है, क्योंकि इससे पहले कभी भी इतनी बड़ी संख्या में स्थानीय छात्रों ने यह परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की थी।
इस शानदार प्रदर्शन में सबसे अधिक चर्चा का विषय बना है एसएसएस कोचिंग क्लासेस का मेधावी छात्र अर्णव बॉम्बर्डे, जिसने 400 में से 322 अंक अर्जित करते हुए All India Rank 1607 प्राप्त की है। अर्णव की यह उपलब्धि गोंदिया जिले में पहली बार दर्ज हुई है और उसने साबित कर दिया है कि यदि मार्गदर्शन सशक्त हो और मेहनत सच्ची हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।
अपनी सफलता का श्रेय अर्णव ने अपने माता-पिता और वैदिक गणित के मार्गदर्शक गुरु श्री संजय शेंडे सर को दिया है। उनका कहना है कि वैदिक गणित की विधियाँ न केवल गणित को आसान बनाती हैं, बल्कि समय की भी बचत करती हैं। संजय शेंडे सर के व्यक्तिगत मार्गदर्शन ने उसे आत्मविश्वास और दिशा प्रदान की, जिससे वह इतने उच्च स्तर पर प्रदर्शन कर सका।
एसएसएस कोचिंग क्लासेस गोंदिया में सैनिक स्कूल, नवोदय, स्कॉलरशिप, SPI, RMS, RIMC जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जाना जाता है। यहाँ वैदिक गणित, IQ टेस्ट, सामान्य ज्ञान व व्यक्तिमत्व विकास पर विशेष ध्यान दिया जाता है। संस्था के संचालक श्री संजय शेंडे के अनुसार, “हमारा उद्देश्य केवल परीक्षा पास कराना नहीं, बल्कि बच्चों को मानसिक, शैक्षणिक और चारित्रिक रूप से इतना सक्षम बनाना है कि वे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ सकें।”
हर साल संस्था द्वारा दिए गए शानदार परिणाम इसकी गुणवत्ता और मेहनती टीम का प्रमाण हैं। इस वर्ष के सैनिक स्कूल परिणाम ने यह सिद्ध कर दिया है कि गोंदिया जैसे शहर में भी राष्ट्रीय स्तर के प्रतिभाशाली छात्र तैयार हो सकते हैं, बस उन्हें सही मार्गदर्शन और वातावरण देने की आवश्यकता है। पूरे गोंदिया में इस सफलता को लेकर उत्सव जैसा माहौल है, और लोग एसएसएस कोचिंग क्लासेस के इस ऐतिहासिक परिणाम की सराहना कर रहे हैं।