
कटिहार: में 22 जून 2025 को आयोजित अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा की उच्चाधिकार समिति की बैठक में समाज के सर्वांगीण हित और समान अधिकार से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। इनमें से सबसे ऐतिहासिक प्रस्ताव था “बिहार राज्य में कलवार जाति को पिछड़ा वर्ग की सूची (अनुसूची–2) के क्रमांक 20 पर ‘बनिया जाति शीर्ष’ के अन्तर्गत दर्ज कलवार (कलाल/एराकी/वियाहुत कलवार) के साथ, कलवार समाज की सभी उपजातियों को एक साथ सम्मिलित किया जाए।”
इस प्रस्ताव का उद्देश्य था —समाज के उन उपवर्गों को जाति प्रमाणपत्र बनवाने में आने वाली कठिनाइयों से राहत दिलाना। जातीय गणना में पूरे कलवार समाज का समुचित और समग्र प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना। गौरव का विषय है कि महासभा के राष्ट्रीय संगठन सचिव श्री मनोज कुमार चौधरी द्वारा प्रस्तुत इस प्रस्ताव को बिहार सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। अब बिहार राज्य में कलवार समाज के सभी उपवर्गों को आरक्षण का लाभ समान रूप से प्राप्त होगा।
महासभा ने इस निर्णय को समाज की “ऐतिहासिक विजय” बताते हुए कहा कि — “यह केवल एक प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि संगठन की एकता, संघर्ष और सामाजिक चेतना की शक्ति का सजीव प्रमाण है।” इस अवसर पर राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी अशोक कुमार चौधरी प्रियदर्शी, राष्ट्रीय संगठन सचिव मनोज कुमार चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश नारायण चौधरी, राष्ट्रीय सचिव डॉ. सुशील कुमार, डॉ. मनीष जायसवाल, डॉ. मोनिका गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक चौधरी, उपाध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता, दिलीप जायसवाल, दीपक जायसवाल, राष्ट्रीय महिला कार्यकारी अध्यक्ष सीमा चौधरी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शोभा जायसवाल सहित अनेक समाजसेवियों ने बिहार सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय नेतृत्व के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
महासभा के पदाधिकारियों ने कहा कि यह उपलब्धि समाज के गौरव, सम्मान और अस्तित्व की रक्षा की दिशा में एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। सभी ने इसे संगठन की निष्ठा, एकजुटता और सतत संघर्ष का प्रतिफल बताया। इस अवसर पर महासभा के सभी सदस्यों ने एक स्वर में कहा — “संघे शक्ति: युगे युगे, जय कलवार समाज!”
अशोक कुमार चौधरी प्रियदर्शी, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी, अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा





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