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प्रतिनिधि/ गोंदिया। भंडारा -गोंदिया लोकसभा क्षेत्र के ओबीसी हिंदू संगठना के जनप्रिय उम्मीदवार एडवोकेट वीरेंद्र जायसवाल ने ग्राम काटी, दासगांव, टेढ़वा, उमरी सहित अनेक पोवार बहुल गांव में जनसंवाद प्रचार यात्रा के दौरान कहां की, पोवार समाज को भंडारा गोंदिया लोकसभा क्षेत्र में अपना राजनीतिक हिसाब चुकाने का इससे अच्छा मौका दोबारा नहीं मिलेगा।
जायसवाल ने कहा, 2009 में पोवार समाज के भाजपा उम्मीदवार शिशुपाल पटले की जमानत जब्त करवाने वह उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार हेमंत पटेल को चुनाव हरवाने के लिए भाजपाई कुनबी समाज ने अहम भूमिका निभाई थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में कुनबी समाज के तीन उम्मीदवार भंडारा जिले से चुनाव मैदान में है। भाजपा के उम्मीदवार सुनील मेंढे, कांग्रेस के उम्मीदवार प्रशांत पडोले व कांग्रेस के बागी उम्मीदवार सेवक वाघाये है। तीनों कुनबी समाज के है वह भंडारा जिले के हैं। ऐसी परिस्थितियों में कुनबी समाज के वोटो का भारी पैमाने पर विभाजन होना तय माना जा रहा है।
जायसवाल ने कहा, इस समय पोवार समाज ने कुनबी समाज के भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों को मतदान नहीं किया तो अपना राजनीतिक हिसाब चुकाया जा सकता है और भविष्य में पोवार समाज की राजनीति का भविष्य उज्जवल हो सकता है।
एडवोकेट वीरेंद्र जायसवाल ने कहा कि भंडारा-गोंदिया जिले में एकमात्र तिरोडा विधानसभा की सीट पोवार समाज के पास रह गई है जबकि जनसंख्या के आधार पर गोंदिया विधानसभा सीट, तिरोडा विधानसभा सीट व तुमसर विधानसभा सीट पर पोवार समाज का विधायक चुनकर आ सकता है। लेकिन भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने पोवार समाज को टिकट न देकर तीनो विधानसभा सीटों पर पोवार समाज के साथ अन्याय किया है। इसलिए पवार समाज यदि चाहे तो इस बार कड़ा फैसला लेगा तो भविष्य में आने वाली पोवार समाज की नई पीढ़ी को लोकसभा व तीनों विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व मिल सकता है।
एडवोकेट वीरेंद्र जायसवाल ने पोवार समाज के लोगों से 19 अप्रैल को अपने ऑटो रिक्शा चुनाव चिन्ह के आगे की बटन दबाकर प्रचंड बहुमतों से विजयी करने की अपील की है।