



तुमसर: गुरु हमारे जीवन को दिशा देते हैं बच्चों को कार देने से पहले संस्कार दे ताकि उनके जीवन में दशा ना हो उनके जीवन को दिशा मिले शिव महापुराण कथा हमारे जीवन में आनंद ले आती है सुख देती है और हमें कितने भी जीवन में संकट आए संघर्ष आए उसे संघर्षों में सकारात्मक सोच रखना सिखाती है शिव महापुराण भाग्य उदय करती है कई लोगों को अपने जीवन में आपको अपयश का सामना करना पड़ता है तब वह स्थिर नहीं रह पाते हैं ऐसे लोग भी शिव महापुराण कथा सुने कथा उन्हें सिखायेंगी की जीवन में कितनी भी अभ्यास आए किंतु आगे बढ़ो समय हर किसी का बदलता है समाज गुरु को निर्माण नहीं कर सकता पर जहां गुरु तत्व है वह समाज अपने आप निर्माण होता है समाज वहां एकत्रित होता है जहां उसे अपने उन्नति की दिशा मिलती है तो ऐसे ही एकत्रित होकर कथा सुने जीवन की व्यथा मिटाए!
माता निर्माता होती है
शिव महापुराण का आयोजन बालको पर संस्कार कराने के लिए है ,बुरा कार्य करने वालो के लिए शंकर भयंकर है और अच्छा काम करने वालो के लिए शुभंकर है इसलिए कहते है कि –
“अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चांडाल का, काल भी उसका क्या करे जो भक्त है महाकाल का” शिवत्व ही शुभत्व है इस जगत में जो भी शुभ है वह सब शिव के होने से है
अगर मुझे भारत का सम्मान क करना है तो तिरंगे का सम्मान करना जरूरी है..वैसेही व्यापक सृष्टि जो शिवत्व है उनका पूजन करने के लिए शिवलिंग का पूजन करना जरूरी है! माजि खासदार मधुकर कुकडे, किशोर चौधरी, उपेश बांते, अनिल शेंडे (रामायण वाले) तुषार कमल पशिने (पत्रकार) और सभी उपस्थित भक्त जनों ने आभार व्यक्त किया!