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गोंदिया प्रतिनिधि/ गोंदिया मेडीकल काॅलेज के भुमिपुजन एवंम स्व.मनोहरभाई पटेल जयंती समारोह के अवसर पर गोंदिया पधारे देश के उपराष्टपती जगदिप धनखड़, राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, सांसद प्रफुलभाई पटेल, सांसद सुनिल मेंढे सहित समस्त अतिथीयों का पुर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल ने अभिनंदन किया। इस दौरान अतिथियों से चर्चा करते हुए पुर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल ने गोंदिया मेडीकल काॅलेज के निर्माण हेतु उनकी सक्रिय भुमिका की जानकारी देते हुए कहा कि, बरसों के उनके संघर्ष एवंम प्रयासों को आज सफलता मिली है, जिसका उन्हें हर्ष है। जिले के नागरीकों को उत्तम आरोग्य की सेवा मिलनी चाहिए इस हेतु वे सत्त प्रयत्नशील रहे और अब मेडीकल काॅलेज का भुमिपुजन संपन्न हुआ है।
ज्ञात रहे है कि, गोंदिया में शासकीय मेडीकल काॅलेज की स्थापना के लिये तत्कालीन विधायक गोपालदास अग्रवाल के कड़े संघर्ष की शुरुआत 2009 में गोंदिया में चरमराई वैद्यकिय व्यवस्था और शासकीय केटीएस-बीजीडब्ल्यु रुग्णालय में चिकित्सकों की कमी दुर करने के लिये हुई। लेकिन जब शहरों के चिकित्सक गोंदिया आकर सेवा देने को तैयार नहीं थे, तब उन्होंने गोंदिया में ही शासकीय मेडीकल काॅलेज की स्थापना कर, यहीं पर स्थानीय डाॅक्टर्स तैयार करने और जिले में शासन द्वारा उत्तम आरोग्य सेवा देने का संकल्प लिया एवंम 2009 के अपने चुनावी घोषणापत्र में इसे जाहिर भी किया। इसके लिये आवश्यक 400 बेडेड खाट दवाखाने की उपलब्धता की शर्त पुरी करने के लिये, उन्होंने सर्वप्रथम शासकीय बीजीडब्ल्यु रुग्णालय की 100 खाट क्षमता को दोगुना कर 200 खाट क्षमता करायी और इस हेतु सभी संसाधन-व्यवस्था रुग्णालय में जुटाई। उन्होंने अथक प्रयत्न कर 2014 में शासकीय मेडीकल काॅलेज के निर्माण हेतु ग्राम कुडवा में 10 हेक्टर भुमी केन्द्र सरकार के वन कायदे से मुक्त करायी। जहां पर आज इस वास्तु का निर्माण होने जा रहा है। सड़कों से विधानसभा तक उनके सतत संघर्ष और प्रयत्नों को दिसंबर 2012 के नागपुर विधानसभा सत्र में तब प्रथम सफलता मिली, जब तत्कालीन विधायक गोपालदास अग्रवाल द्वारा विधानसभा में प्रस्तुत लक्षवैधी सुचना का उत्तर देते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चैव्हाण ने गोंदिया में शासकीय मेडीकल काॅलेज मंजुर करने की अधिकुत घोषणा विधानसभा के पटल पर की। फिर भी सरकार में लालफिताशाही और मेडीकल कौंसिल आफ इंडिया की कठोर नियमावली के कारण, शासकीय मेडीकल काॅलेज की स्थापना अटकी रही और अंततः तत्कालीन विधायक गोपालदास अग्रवाल ने पहले नागपुर उच्च न्यायालय में फिर सर्वोच्च न्यायालय में उनके सुपुत्र श्री प्रफुल अग्रवाल की ओर से राज्य सरकार और के विरुध्द जनहित याचिका दाखल की। अंततः सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर नागपुर उच्च न्यायालय ने दि.16 जुन 2016 को मेडीकल कौंसिल आफ इंडिया को गोंदिया में तुरंत शासकीय मेडीकल काॅलेज प्रारंभ करने के स्पष्ट निर्देश दिये। तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेन्द्रजी फडणवीस ने गोंदिया में शासकीय मेडीकल काॅलेज की स्थापना हेतु सकारात्मक सहयोग किया। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर मेडीकल काॅलेज की मंजुरी के बावजुद, शासकीय के टीएस रुग्णालय एवंम बीजेडब्ल्यु रुग्णालय में आवश्यक व्यवस्थाए जुटाने के लिये तत्कालीन विधायक गोपालदास अग्रवाल ने अथक प्रयत्न किये और अंततः मेडीकल काॅलेज की गोंदिया में शुरुआत करायी और युवाओं को न्युनतम खर्च में रोजगारोन्मुख शिक्षण देने का लक्ष्य पुरा किया, लेकिन मरीजों को सर्वोंत्तम इलाज का लक्ष्य अधुरा रहा, जो अब मेडीकल काॅलेज की नवीन वास्तु के निर्माण के साथ पुर्ण होंगा। उल्लेखनीय है कि, 2019 में विधानसभा चुनाव में पुर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल की बतौर भाजपा उम्मीदवार पराजय और राज्य में राष्टवादी-शिवसेना-काॅंग्रेस सरकार के गठन से, गोंदिया के शासकीय मेडीकल काॅलेज के निर्माण का कार्य रफतार नहीं पकड सका, लेकिन 2022 में राज्य में पुनः भाजपा-शिवसेना सरकार के गठन के पश्चात, उन्होंने गोंदिया में शासकीय मेडीकल काॅलेज के निर्माण हेतु पुनः प्रयत्न प्रारंभ किये और अंततः उपमुख्यमंत्री श्री देवेन्द्रजी फडणवीस के सहयोग से के न्द्र सरकार के संस्थान ने गोंदिया में शासकीय मेडीकल काॅलेज के निर्माण हेतु निविदा प्रक्रिया पुर्ण की और आज ता.11 को देश के उपराष्टपती मा.श्री जगदीपजी धनखड़ के शुभ हस्ते मान्यवरों की उपस्थिती में 625 करोड रुपए लागत के शासकीय मेडीकल काॅलेज के निर्माण का भुमिपुजन संपन्न हुआ।